अपनी जवानी के समय में यीशु को प्रथम स्थान दें- Give Jesus First Place in Your Youth

  

✝️ अपनी जवानी के समय में यीशु को प्रथम स्थान दें

(Give Jesus First Place in Your Youth)

📖 प्रस्तावना

युवा अवस्था जीवन का सबसे ऊर्जावान, सपनों और निर्णयों से भरा समय होता है। यह वही समय होता है जब दुनिया आकर्षित करती है – करियर, रिश्ते, मज़ा, और स्वतंत्रता। परंतु, बाइबल हमें सिखाती है कि यही वह समय है जब हमें अपने जीवन में प्रभु यीशु को प्रथम स्थान देना चाहिए।

"तू अपनी जवानी के दिनों में अपने सृष्टिकर्ता को स्मरण कर..." – सभोपदेशक 12:1

यीशु को जवानी में प्राथमिकता देना कोई बोझ नहीं, बल्कि आशीर्वाद का मार्ग है। यह आपको न केवल पाप से बचाता है, बल्कि आपके जीवन को एक स्थिर, उद्देश्यपूर्ण और पवित्र दिशा देता है।

✨ क्यों जवानी में यीशु को प्राथमिकता देना ज़रूरी है?

1️⃣ यही उम्र निर्णयों की है

आपकी शिक्षा, करियर, मित्रता, और विवाह से जुड़े कई निर्णय इसी समय लिए जाते हैं। अगर यीशु आपके जीवन का केंद्र है, तो आप सही मार्ग चुन सकेंगे।

"मनुष्य का मार्ग यहोवा की दृष्टि में ठीक हो सकता है, परन्तु यहोवा ही मन को तौलता है।" – नीतिवचन 21:2

2️⃣ यही उम्र प्रलोभनों की है

यह समय भावनात्मक और शारीरिक आकर्षण का होता है, जहां व्यभिचार, व्यसन, ग़लत संगति जैसे पाप आम हैं। यीशु में जड़ें मजबूत होंगी, तो आप पाप से बच पाएंगे।

"जवान किस प्रकार अपने चाल-चलन को शुद्ध रखे? इस बात का ध्यान रखकर कि वह तेरी ही वाणी के अनुसार चलें।" – भजन 119:9

3️⃣ यही उम्र सेवा और आत्मिक विकास की है

आपकी ऊर्जा, समय, और कौशल का उपयोग प्रभु की सेवा में हो सकता है – जैसे गीत, प्रचार, मदद, तकनीकी सेवा आदि।

"कोई तेरी जवानी को तुच्छ न समझे, पर विश्वासियों के लिये तू वचन, चाल-चलन, प्रेम, आत्मा, विश्वास और पवित्रता में आदर्श बन।" – 1 तीमुथियुस 4:12

🛡️ यीशु को प्रथम स्थान कैसे दें?

  • 📖 हर दिन बाइबल पढ़ें और प्रार्थना करें – आपके दिन की शुरुआत यीशु के साथ होनी चाहिए।
  • ⛪ चर्च और युवा सभा में नियमित रहें – विश्वासी समुदाय आत्मिक जीवन को मजबूत करता है।
  • 🎯 अपने लक्ष्य प्रभु को समर्पित करें – पढ़ाई, करियर, रिश्ते – सब पहले यीशु को सौंपें।
  • 🕊️ पवित्रता और संयम का जीवन जिएं – पाप से दूर रहकर प्रभु की महिमा करें।
  • 🗣️ गवाह बने – अपने जीवन से गवाही दें कि यीशु आपका राजा है।

❤️ निष्कर्ष

युवा जीवन में यीशु को प्राथमिकता देना सबसे बुद्धिमानी भरा निर्णय है। यह आपको दुनिया के भ्रमों से बचाकर, एक पवित्र, उद्देश्यपूर्ण और अनंत जीवन की ओर ले जाता है। आपका आज का समर्पण, आपके और दूसरों के लिए अनंत आशीर्वाद बन सकता है।

"परन्तु पहिले तुम परमेश्वर के राज्य और उसके धर्म की खोज करो, तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी।" – मत्ती 6:33

📌 याद रखें: "यीशु को प्रथम रखो, और वह तुम्हारे हर क्षेत्र को व्यवस्थित करेगा।"

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