हम्द–ओ–सन्ना हो प्यारे यीशु की
जिसने हमको दे दिया यह जीवन नया
उसकी सारी बरकतों को याद हम करें
गुजरे दिनों पर भी ध्यान हम करें
शफकत से संभाला अपने परों के तले
ताकि साथ साथ हम उसके रहें
यीशु ही अज़ीज है हलीम और भला
हमको अपने प्यार से चलाता हर लम्हा
हम पे आए मुसीबतें गर चारों ओर से
फ़ज़ल उसका काफी है उठाने के लिए
बहुत से वायदे जो हमने किए थे
चन्द हुए पूरे कुछ हो न सके
वफादारी यीशु की फिर भी थी अज़ीब
थामा उसने गरचे हम कमज़ोर थे
पापी जो निकाला था अदन के बाग से
अपने साथ मिला लिया सलीबी राह से
रहम और फ़ज़ल देखो उसका है अजीब
की सियोन में भी उसको अपनी जगह दे
हम तक रहे हैं अब उस दिन की राह
आसमान से नरसिंगा जब फूंका जाएगा
फ़ानी जिस्म पहनेगा तब जामा–ए–वफ़ा
ताकि उसके साथ हम हमेशा तक रहे
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