मेरे गीतों का विषय तू मेरी आराधना तेरी महिमा मुझसे होवे यह मेरी है कामना (2)
तुझको मैंने मेरे प्रभु जी जब से पाया है तेरे अनोखे प्रेम के आगे शीश झुकाया है तेरी महिमा गाने को जो साज उठाया है गीत नया जीवन में मेरे तब से आया है जीवन का हर पल अब तेरा तू ही मुझको थामना तेरी महिमा मुझसे होवे.....
तेरा वचन जो राह में मेरे दीप सा जलता है मेरे जीवन का हर पहलू उसमें ढलता है तेरे वचन के द्वारा मुझको साहस मिलता है वह तो कभी न भटकेगा जो उस पर चलता है तेरे वचन को थामे रहूं हो मेरी यह साधना तेरी महिमा मुझसे होवे....
वक्त चुनौती देकर पूछे तुमसे बारम्बार यीशु मसीह को बनाया तुमने जीवन का आधार सोचना होगा हर प्राणी को क्या वह है तैयार देखो शायद कल न आए करना न इन्कार एक दिन करना होगा सबको उसका सामना तेरी महिमा मुझसे होवे...
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