चाहे कितना भी हो अंधेरा
मेरी रोशनी तेरा नाम
हर दर्द में मेरा सहारा
तेरे नाम में है विश्राम (2)
पूरे दिल से मैं पुकारूँ
मैं पुकारूँ यीशु नाम...
1.
आंधी की तरह मुश्किलें
घेरे कभी भी मुझे
तोड़ न पाएगा जब तक तू साथ है
पर्वत की तरफ जब भी
उठाऊंगा में आंखे अपनी
बरकत बनके तू आएगा पास मसीह
तू ही सत्य तू ही सुंदर
तुझमें है स्वर्ग धाम
तू ही आदि तू ही अनंत
करता हूं तुझको प्रणाम
पूरे दिल से मैं पुकारूँ
मैं पुकारूँ यीशु नाम (2)
2.
हिरणी जैसे प्यास रूह की है ये आस
देखूं तुझे हर जगह
तू जीवन जल तू ही अटल
बनके ढाल आ ज़रा (2)
हो पूरी मुझमें तेरी
मर्जी हर पल सदा
रूह की बारिश तू कर यहां
मेरी तुझसे है ये दुआ
पुकारूँ तेरा नाम मैं हर दुख में
पुकारूँ तेरा नाम मैं हर सुख में (2)
पुकारूँ तेरा नाम मैं पूरे दिल से
मेरा गुरुर तू ही है
मैं पुकारूँ मै पुकारूँ मै पुकारूँ यीशु नाम
तुम पुकारो तुम पुकारो तुम पुकारो यीशु नाम
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