मैं पापी हूँ प्रभु जी
तूने मुझे अपनाया
फिर भी मेरे मसीहा
मैंने तुझे ठुकराया....2
मैंने छोड़ा तुझको
पाप को मैंने न छोड़ा
फिर भी मेरे मसीहा
तूने न मुझको छोड़ा....2
मैं पापी....
याद आता है मुझको
क्रूस का वो नजारा
मेरे गुनाहों की खातिर
बहती है खून की धार....2
मैं पापी हूँ....
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