हम मिल जुल के
बंधनों से खुल के
यीशु की तारीफ करें
हल्लेलुय्याह (2)
वही हमारा सृजनहारा
और वही हमारा रहनुमा
पालनहारा तारणहारा
उसकी हम्द करें
हयात है दे दी
नजात है दे दी
अपनी रूह से भरा
प्यार है किया प्राण है दिया
हम क्यों मौत से डरें
रोज चलाता फ़िक्रें उठाता
चौपान वह हमारा
कोई घाटी भी न हमको हुई थी
पीछे जब उसके चले
कमजोरी सारी दूर हटा दी
कुव्वत से हमको भरा
पाक किया है साथ दिया है
पीछे जब उसके चले
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